अगडम् बगडम् आहे तगडम्
गुरुजी म्हणती नुसता दगडम्
अस्सा वाईटम् करतो फाईटम्
गुरुजी त्याला करती टाईटम्
डुलतम् झुलतम् झोपेत चालतम्
बाटलीत चंद्र बसतो घालतम्
कुत्र धावतम् अगडम् चावतम्
चालत चालत स्वर्गात जावतम्
वर्गात असतम् दप्तर नसतम्
गुरुजींचा मग मारही बसतम्
अगडम् बगडम् रडतम् खडतम्
वरच्या वर्गात चढतम् चढतम्
(भिंगर भिंगरी)
गुरुजी म्हणती नुसता दगडम्
अस्सा वाईटम् करतो फाईटम्
गुरुजी त्याला करती टाईटम्
डुलतम् झुलतम् झोपेत चालतम्
बाटलीत चंद्र बसतो घालतम्
कुत्र धावतम् अगडम् चावतम्
चालत चालत स्वर्गात जावतम्
वर्गात असतम् दप्तर नसतम्
गुरुजींचा मग मारही बसतम्
अगडम् बगडम् रडतम् खडतम्
वरच्या वर्गात चढतम् चढतम्
(भिंगर भिंगरी)
mast kavita...
ReplyDeletechan
ReplyDeleteHe he...mastam asatam..!!!
ReplyDeletesundram sundram tumchi kavita atii sundram
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